Wednesday, October 15, 2008

Oops we did it again! हम फिर कर बैठे गलती!

प्रभासाक्षी में नकद आरक्षी अनुपात (Cash Reserve Ratio या CRR) कम किए जाने के बारे में प्रमुखता से छपी खबर में हम लोग भारी चूक कर गए। खबर के हैडिंग में सीआरआर कम किए जाने की बात है और इन्ट्रो में बढ़ाए जाने की। अब इसे क्या कहें? पर उपदेश कुशल बहुतेरे? (यह स्थिति प्रभासाक्षी में करीब आधे घंटे रही और साथियों की नजर पड़ते ही दुरुस्त कर दी गई, मगर तब तक स्क्रीनशॉट लिया जा चुका था)।

3 Comments:

At 4:29 PM, Blogger संजय बेंगाणी said...

कभी तो ऊँट पहाड़ के नीचे आ ही जाता है :)

 
At 6:06 AM, Blogger Tarun said...

इसे कहते हैं खरा सोना, आप चाहते तो शायद आसानी से छुपा भी सकते थे। सही कह रहा हूँ ना, वैसे संजय का कहना भी ठीक है।

 
At 5:42 PM, Blogger चलते चलते said...

संजय जी ने सही कहा।

 

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